इंजीनियरिंग के डिप्लोमा कोर्सेस: प्रकार, योग्यता, फीस, स्कोप

 इंजीनियरिंग के डिप्लोमा कोर्सेस: प्रकार, योग्यता, फीस, स्कोप

1. सिविल इंजीनियरिंग शाखा / Civil Engineering Branch

सिविल इंजीनियरिंग डिप्लोमा में भवन निर्माण, सड़कें, पुल, जल आपूर्ति प्रणालियों और अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण और डिज़ाइन से संबंधित तकनीकी पहलुओं पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। यह कोर्स छात्रों को निर्माण कार्यों में तकनीकी दक्षता हासिल करने के लिए तैयार करता है।  

सिविल इंजीनियर बनने के लिए डिप्लोमा कोर्सेस: Diploma in Civil Engineering

कुल अवधी: 3 साल 

योग्यता: 12वीं कक्षा (गणित और विज्ञान के साथ)  

औसत सैलरी: ₹2-4 लाख प्रति वर्ष  

कॉलेज फीस: ₹10,000 – ₹50,000 प्रति वर्ष  

स्कोप: निर्माण कंपनियां, सरकारी विभाग, मेट्रो प्रोजेक्ट्स, जल आपूर्ति प्राधिकरण

 

2. मैकेनिकल इंजीनियरिंग शाखा / Mechanical Engineering Branch

यह डिप्लोमा कोर्स छात्रों को मैकेनिकल सिस्टम, मशीनरी, मोटर वाहन, ताप और ऊर्जा प्रणालियों के डिजाइन और निर्माण में प्रशिक्षित करता है। इसमें उत्पादन प्रक्रिया, रखरखाव और मशीनरी के क्षेत्र में कार्यशीलता सिखाई जाती है।  

मैकेनिकल इंजीनियर बनने के लिए डिप्लोमा कोर्सेस: Diploma in Mechanical Engineering 

कुल अवधी:  

योग्यता: 12वीं कक्षा (गणित और विज्ञान के साथ)  

औसत सैलरी: ₹2-5 लाख प्रति वर्ष  

कॉलेज फीस: ₹10,000 – ₹50,000 प्रति वर्ष  

स्कोप: ऑटोमोबाइल कंपनियां, औद्योगिक उत्पादन, विनिर्माण क्षेत्र, मशीनीकरण उद्योग

 

3. इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग शाखा / Electrical Engineering Branch

यह डिप्लोमा कोर्स इलेक्ट्रिकल प्रणालियों, सर्किट्स, और उपकरणों के डिज़ाइन और रखरखाव पर केंद्रित है। इसमें छात्रों को विद्युत उत्पादन, वितरण, और इलेक्ट्रिकल प्रणालियों के रखरखाव के बारे में सिखाया जाता है।  

इलेक्ट्रिकल इंजीनियर बनने के लिए डिप्लोमा कोर्सेस: Diploma in Electrical Engineering 

कुल अवधी: 3 साल

योग्यता: 12वीं कक्षा (गणित और विज्ञान के साथ)  

औसत सैलरी: ₹2-5 लाख प्रति वर्ष  

कॉलेज फीस: ₹10,000 – ₹50,000 प्रति वर्ष  

स्कोप: पावर प्लांट, इलेक्ट्रिकल निर्माण कंपनियां, औद्योगिक क्षेत्र, सरकारी विभाग

 

4. कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग शाखा / Computer Science Engineering Branch

यह डिप्लोमा कोर्स कंप्यूटर सॉफ्टवेयर, नेटवर्किंग, और वेब डेवेलपमेंट के बारे में बुनियादी और उन्नत ज्ञान प्रदान करता है। यह कोर्स कंप्यूटर प्रणालियों और प्रौद्योगिकियों में कार्य करने के लिए छात्रों को तैयार करता है।  

कंप्यूटर साइंस इंजीनियर बनने के लिए डिप्लोमा कोर्सेस: Diploma in Computer Science Engineering  

कुल अवधी: 3 साल

योग्यता: 12वीं कक्षा (गणित और विज्ञान के साथ)  

औसत सैलरी: ₹2-5 लाख प्रति वर्ष  

कॉलेज फीस: ₹10,000 – ₹50,000 प्रति वर्ष  

स्कोप: सॉफ्टवेयर कंपनियां, IT कंपनियां, नेटवर्किंग, वेब डेवलपमेंट

 

5. इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग शाखा / Electronics and Communication Engineering Branch

इस डिप्लोमा में इलेक्ट्रॉनिक्स, संचार प्रणालियों, और उपकरणों के डिज़ाइन, विकास और रखरखाव के बारे में शिक्षा दी जाती है। इसमें छात्रों को मोबाइल फोन, सैटेलाइट, और संचार नेटवर्क के बारे में जानकारी मिलती है।  

इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियर बनने के लिए डिप्लोमा कोर्सेस: Diploma in Electronics and Communication Engineering  

कुल अवधी: 3 साल

योग्यता: 12वीं कक्षा (गणित और विज्ञान के साथ)  

औसत सैलरी: ₹2-5 लाख प्रति वर्ष  

कॉलेज फीस: ₹10,000 – ₹50,000 प्रति वर्ष  

स्कोप: टेलीकॉम कंपनियां, इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग, मीडिया कंपनियां, सैन्य और एयरोस्पेस कंपनियां

 

इंजीनियरिंग के डिप्लोमा कोर्सेस: प्रकार, योग्यता, फीस, स्कोप

 

6. सॉफ़्टवेयर इंजीनियरिंग शाखा / Software Engineering Branch

यह डिप्लोमा कोर्स सॉफ़्टवेयर विकास, प्रोग्रामिंग भाषाओं, और सॉफ़्टवेयर टेस्टिंग पर केंद्रित है। इसमें छात्रों को वेब डिज़ाइन, मोबाइल ऐप डेवलपमेंट, और डेटा प्रबंधन में कार्य करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।  

सॉफ़्टवेयर इंजीनियर बनने के लिए डिप्लोमा कोर्सेस: Diploma in Software Engineering  

कुल अवधी: 3 साल

योग्यता: 12वीं कक्षा (गणित और विज्ञान के साथ)  

औसत सैलरी: ₹2-6 लाख प्रति वर्ष  

कॉलेज फीस: ₹15,000 – ₹75,000 प्रति वर्ष  

स्कोप: सॉफ़्टवेयर कंपनियां, वेब डेवलपमेंट, एंटरप्राइज सॉल्यूशंस, IT सेक्टर

 

7. एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग शाखा / Aeronautical Engineering Branch

यह डिप्लोमा कोर्स विमान प्रणालियों, एयरक्राफ्ट डिजाइन, और एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के तकनीकी पहलुओं पर केंद्रित है। इसमें छात्रों को एयरलाइन उद्योग में काम करने के लिए आवश्यक कौशल सिखाए जाते हैं।  

एयरोनॉटिकल इंजीनियर बनने के लिए डिप्लोमा कोर्सेस: Diploma in Aircraft Maintenance Engineering  

कुल अवधी: 3 साल

योग्यता: 12वीं कक्षा (गणित और विज्ञान के साथ)  

औसत सैलरी: ₹3-7 लाख प्रति वर्ष  

कॉलेज फीस: ₹30,000 – ₹1,00,000 प्रति वर्ष  

स्कोप: एयरलाइंस कंपनियां, एयरोस्पेस उद्योग, एयरक्राफ्ट मेन्टेनेन्स, एयरपोर्ट्स

 

8. ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग शाखा / Automobile Engineering Branch

ऑटोमोबाइल इंजीनियरिंग में छात्रों को कार, बाइक, ट्रक जैसे वाहनों के डिज़ाइन, निर्माण, और रखरखाव के बारे में सिखाया जाता है। यह डिप्लोमा कोर्स वाहन उद्योग में काम करने के लिए जरूरी तकनीकी कौशल प्रदान करता है।  

ऑटोमोबाइल इंजीनियर बनने के लिए डिप्लोमा कोर्सेस: Diploma in Automobile Engineering  

कुल अवधी: 3 साल

योग्यता: 10वीं कक्षा (गणित और विज्ञान के साथ)  

औसत सैलरी: ₹2-5 लाख प्रति वर्ष  

कॉलेज फीस: ₹15,000 – ₹60,000 प्रति वर्ष  

स्कोप: ऑटोमोबाइल कंपनियां, वाहन निर्माता, रखरखाव और मरम्मत कार्य, सर्विस स्टेशन

 

9. माइनिंग इंजीनियरिंग शाखा / Mining Engineering Branch

माइनिंग इंजीनियरिंग डिप्लोमा में खनन, खनिजों का उत्खनन और माइनिंग प्रक्रियाओं के बारे में तकनीकी शिक्षा दी जाती है। छात्रों को खनन उद्योग में कार्य करने के लिए तैयार किया जाता है।  

माइनिंग इंजीनियर बनने के लिए डिप्लोमा कोर्सेस: Diploma in Mining Engineering  

कुल अवधी: 3 साल

योग्यता: 12वीं कक्षा (गणित और विज्ञान के साथ)  

औसत सैलरी: ₹3-6 लाख प्रति वर्ष  

कॉलेज फीस: ₹20,000 – ₹80,000 प्रति वर्ष  

स्कोप: खनन कंपनियां, निर्माण उद्योग, खनिज कंपनियां

 

10. सोलर पावर इंजीनियरिंग शाखा / Solar Power Engineering Branch

यह डिप्लोमा कोर्स सोलर पावर सिस्टम्स, सोलर पैनल इंस्टॉलेशन, और रिन्यूएबल ऊर्जा पर केंद्रित है। इस कोर्स के जरिए छात्र सोलर ऊर्जा की उपयोगिता और इसके लिए आवश्यक तकनीकी कौशल हासिल करते हैं।  

सोलर पावर इंजीनियर बनने के लिए डिप्लोमा कोर्सेसDiploma in Solar Power Engineering  

कुल अवधी: 3 साल

योग्यता: 12वीं कक्षा (गणित और विज्ञान के साथ)  

औसत सैलरी: ₹3-6 लाख प्रति वर्ष  

कॉलेज फीस: ₹20,000 – ₹60,000 प्रति वर्ष  

स्कोप: सोलर ऊर्जा कंपनियां, पावर जनरेशन कंपनियां, सरकारी और निजी क्षेत्रों में रिन्यूएबल ऊर्जा प्रोजेक्ट्स

 

इंजीनियरिंग के डिप्लोमा कोर्सेस: प्रकार, योग्यता, फीस, स्कोप

 

11. आर्किटेक्चरल इंजीनियरिंग शाखा / Architectural Engineering Branch

आर्किटेक्चरल इंजीनियरिंग डिप्लोमा में भवनों और अन्य संरचनाओं के निर्माण और डिज़ाइन की तकनीकी समझ प्रदान की जाती है। इसमें आर्किटेक्चरल डिजाइन, निर्माण सामग्री और उनके उपयोग के बारे में जानकारी दी जाती है।  

इंजीनियर बनने के लिए डिप्लोमा कोर्सेस: Diploma in Architectural Engineering  

योग्यता: 10वीं कक्षा (गणित और विज्ञान के साथ)  

सैलरी: ₹2-5 लाख प्रति वर्ष  

कॉलेज फीस: ₹20,000 – ₹70,000 प्रति वर्ष  

स्कोप: निर्माण कंपनियां, आर्किटेक्ट फर्म्स, सरकारी विभाग, इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट

 

12. टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग शाखा / Telecommunications Engineering Branch

यह डिप्लोमा कोर्स टेलीफोन, इंटरनेट, मोबाइल नेटवर्क और अन्य संचार प्रणालियों के डिज़ाइन और रखरखाव पर केंद्रित है। इसमें छात्रों को नेटवर्किंग, संचार प्रौद्योगिकी, और टेलीफोन सिस्टम के बारे में जानकारी दी जाती है।  

इंजीनियर बनने के लिए डिप्लोमा कोर्सेस: Diploma in Telecommunication Engineering  

-योग्यता: 10वीं कक्षा (गणित और विज्ञान के साथ)  

सैलरी: ₹3-6 लाख प्रति वर्ष  

कॉलेज फीस: ₹20,000 – ₹50,000 प्रति वर्ष  

स्कोप: टेलीकॉम कंपनियां, मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर, इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट

 

13. रोबोटिक्स इंजीनियरिंग शाखा / Robotics Engineering Branch

रोबोटिक्स इंजीनियरिंग डिप्लोमा में छात्रों को रोबोटों के डिजाइन, निर्माण और संचालन के लिए आवश्यक कौशल सिखाए जाते हैं। यह कोर्स उन्नत प्रौद्योगिकियों और स्वचालन प्रणालियों में काम करने के लिए तैयार करता है।  

इंजीनियर बनने के लिए डिप्लोमा कोर्सेस: Diploma in Robotics Engineering  

योग्यता: 10वीं कक्षा (गणित और विज्ञान के साथ)  

सैलरी: ₹3-8 लाख प्रति वर्ष  

कॉलेज फीस: ₹25,000 – ₹75,000 प्रति वर्ष  

स्कोप: रोबोटिक्स कंपनियां, निर्माण उद्योग, स्वचालन क्षेत्र, अंतरिक्ष उद्योग

 

14. नैनो टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग शाखा Nanotechnology Engineering Branch

नैनो टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग में छात्र नैनो-मैटीरियल्स, नैनो-प्रोसेसिंग और नैनो-इलेक्ट्रॉनिक्स के बारे में शिक्षा प्राप्त करते हैं। यह उभरता हुआ क्षेत्र है और विभिन्न क्षेत्रों में इसके अनुप्रयोग की संभावना बढ़ रही है।  

इंजीनियर बनने के लिए डिप्लोमा कोर्सेस: Diploma in Nanotechnology Engineering  

-योग्यता: 10वीं कक्षा (गणित और विज्ञान के साथ)  

सैलरी: ₹4-7 लाख प्रति वर्ष  

कॉलेज फीस: ₹30,000 – ₹80,000 प्रति वर्ष  

स्कोप: नैनो-टेक्नोलॉजी कंपनियां, रसायन उद्योग, स्वास्थ्य और फार्मास्युटिकल कंपनियां, एयरोस्पेस

 

15. बायोमेडिकल इंजीनियरिंग शाखा / Biomedical Engineering Branch

बायोमेडिकल इंजीनियरिंग में छात्रों को चिकित्सा उपकरणों, बायो-इलेक्ट्रोनिक्स और बायो-मैटीरियल्स के डिज़ाइन और विकास के बारे में सिखाया जाता है। यह कोर्स स्वास्थ्य देखभाल और चिकित्सा प्रौद्योगिकियों के क्षेत्र में काम करने के लिए उपयुक्त है।  

इंजीनियर बनने के लिए डिप्लोमा कोर्सेस: Diploma in Biomedical Engineering  

योग्यता: 10वीं कक्षा (गणित और विज्ञान के साथ)  

सैलरी: ₹3-6 लाख प्रति वर्ष  

कॉलेज फीस: ₹30,000 – ₹70,000 प्रति वर्ष  

स्कोप: बायोमेडिकल कंपनियां, अस्पताल, मेडिकल डिवाइस निर्माता, स्वास्थ्य सेवाएं

 

इंजीनियरिंग के डिप्लोमा कोर्सेस: प्रकार, योग्यता, फीस, स्कोप

 

इन डिप्लोमा कोर्सेज में छात्रों को विभिन्न तकनीकी और व्यावसायिक क्षेत्रों में आवश्यक कौशल प्राप्त होते हैं, और ये उन्हें अपने करियर में उन्नति और विशेषज्ञता प्राप्त करने के अवसर प्रदान करते हैं।

➡️ इंजीनियरिंग के सर्टिफिकेट कोर्सेस: प्रकार, योग्यता, फीस, स्कोप

➡️ इंजीनियरिंग के डिप्लोमा कोर्सेस: प्रकार, योग्यता, फीस, स्कोप

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